बलदेव सिंह महरोक
ढम ढम ढम
परीक्षाएं हुई ख़त्म
खली हुआ मन
पढाई से लें दम
खेलने का मौसम
आओं नाचें हम
(बच्चे संग बच्चे होना कितना अच्छा लगता है)
कितना अच्छा लगता है कितना अच्छा लगता है राजा को जब रियाया खड़ी होती है हाथ पसारे उसके महल के द्वार पर कितना अच्छा लगता है राजा को जब रियाय...
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