शुक्रवार, 8 जनवरी 2021

संस्मरण

 लगभग एक महीना पहले मैंने एक राज मिस्त्री और दो मजदूर अपने घर काम पर लगाये थे। तीन दिन काम करने के बाद एक मजदूर काम पर नहीं आया। पता करने पर  ज्ञात हुआ कि वह बीमार पड़ गया है।

कल किसी ने  मेरा दरवाजा खटखटाया तो सामने वही मजदूर खड़ा था। मुझे 50 रुपये वापिस करने आया था,  जो उसके पास ज्यादा चले गये थे। मेरे मना करने पर भी वह पैसे मुझे दे गया। उसने बताया कि वह कई दिन बीमार रहा।

इमानदारी की एक मिसाल। श्रध्दा से सिर  झुक गया।

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